बठिंडा (निस)
कांग्रेस पार्टी के बठिंडा लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार जीत मोहिन्दर सिंह सिद्धू ने आज बठिंडा में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी ने अकाली दल और बीजेपी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अब तक साथ रहने वाली ये पार्टियां अंदर से आज भी एकजुट हैं। उन्होंने दिल्ली बॉर्डर पर साल भर चले किसानों के संघर्ष को याद करते हुए कहा कि इसके चलते पंजाब के 700 किसानों को शहीद होना पड़ा और इस साल जब किसानों ने वादे पूरे न करने पर दिल्ली की ओर बढने का ऐलान किया, तो बॉर्डर पर दीवारें कर दी गईं और किसानों पर गोलियां चलाई गईं,
जिसमें हमारे युवा किसान शुभकरण सिंह शहीद हो गए और अब इन पार्टियों के उम्मीदवारों का गांवों में जाना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा की किसानों का भला सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही कर सकती है, जिसके राज में कर्ज माफ किए गए थे। उन्होंने कहा कि बाहरी उम्मीदवार हैं जो झूठे वादों से जीतना चाहते हैं। किसानों को मुरेरी लाल के लुभावने सपने दिखाकर वोट तो ले लिया, लेकिन आज उनके कृषि मंत्री जो उनके प्रत्याशी हैं, बुरी तरह फेल साबित हुए हैं।
जीत महेंद्र सिंह सिद्धू ने राज्य की आप सरकार की भी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि पंजाब की शिक्षा में क्रांतिकारी सुधार लाने का दावा करने वाली भगवंत मान सरकार बठिंडा के महाराजा रणजीत सिंह तकनीकी विश्वविद्यालय का वाइस चांसलर नियुक्त करना भी भूल गई है।
मीडिया के विभिन्न वर्गों में आई रिपोर्ट्स पर टिप्पणी करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि इस प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय, जिस पर पंजाब के लगभग 800 तकनीकी कॉलेजों की जिम्मेदारी है परंतु कुलपति की नियुक्ति की फाइल मुख्य रूप से लंबित है। पिछले कई महीनों से यह मंत्री की मेज पर पड़ा हुआ है लेकिन उनका इस पर कोई ध्यान नहीं है।
उन्होंने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी बठिंडा पिछले काफी समय से बिना रेगुलर वीसी के काम कर रही है, जिससे यूनिवर्सिटी के सभी जरूरी काम रुक गए हैं और अब यूनिवर्सिटी के सीनियर प्रोफेसरों को पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा है। सिद्धू ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार अपनी मनमानी कर रही है और पीटीयू जैसी संस्था जहां बच्चों का भविष्य सुधारती है। आम आदमी पार्टी सरकार बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।