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पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की पत्नी अमृता वड़िंग ने अपने विवादित बयान के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि जाने-अनजाने में अगर बयान से किसी की भावनाएं आहत हुई हों तो मैं उसके लिए माफी मांगती हूं। उन्होंने कहा कि मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं थी।
इस संबंध में अमृता वारिंग ने सोशल मीडिया पर वीडियो और लिखकर स्पष्टीकरण दिया है। वीडियो जारी करते हुए उन्होंने कहा कि वह उन सभी से माफी मांगना चाहती हैं जिन्हें उनके द्वारा अनजाने में कहे गए शब्दों से ठेस पहुंची है। अमृता वारिंग ने सोशल मीडिया पर लिखा, सबसे पहले मैं दोनों हाथ जोड़कर उन सभी से माफी मांगना चाहती हूं जिनकी भावनाएं मेरे अनजाने बयान से आहत हुई हैं। मेरा इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह गुरु साहिब के बगैर कुछ भी नहीं है। उनकी महिमा के विरुद्ध वह कभी भी कुछ नहीं बोल सकती। उन्होंने कहा कि वह तो खुद अकाल पुरख की एक छोटी सी सेवादार हूं और उनका मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है। उन्होंने कहा कि वाहेगुरु और संगत क्षमा करने वाले हैं। बता दें, अमृता वार्डिंग ने एक सभा के दौरान कांग्रेस के चुनाव चिन्ह को लेकर बयान विवादित बयान दिया था कि मैं गुरुओं के पंजे के लिए वोट मांगने आया हूं, गुरु नानक देव जी का भी पंजा था और कांग्रेस ने भी पंजा चुना था।
एसजीपीसी ने भी उनके बयान की निंदा की थी, एसजीपीसी ने कहा था कि इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। इसके साथ ही कहा था कि राजनीतिक नेताओं द्वारा राजनीतिक हितों के लिए गुरु साहिब के नाम और धार्मिक चिन्हों का प्रयोग किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। वहीं, इस बयान को लेकर निर्वाचन आयोग में शिरोमणि अकाली दल द्वारा इस मामले में शिकायत गई है और कहा गया है कि उक्त मामले में वडिंग के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
बता दे कि अमृता वड़िंग के पति राजा वडिंग पंजाब कांग्रेस के कद्दावर नेता हैं। जिन्हें लुधियाना लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने बीजेपी में शामिल हुए रवनीत सिंह बिट्टू के सामने पंजाब प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को मैदान में उतारा है। आलाकमान द्वारा सोमवार को जारी की गई लिस्ट में इसका ऐलान किया गया।