वाशिंगटन : अमरीका ने कड़े शब्दों में चीन के कदम की आलोचना की है और कहा है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है। अमरीका ने कहा कि वह अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है और वास्तविक नियंत्रण रेखा के आस-पास चीन के क्षेत्रीय दावों के किसी भी प्रयास का दृढ़ता से विरोध करता है। अमरीका ने चीन को फटकार लगाते हुए कहा कि उसे बेतुके और मनगढ़ंत दावों से बाज आना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अरुणाचल यात्रा को लेकर चीनी सेना द्वारा राज्य पर अपना दावा दोहराए जाने के कुछ दिन बाद अमरीका की तरफ से यह बयान आया है। अमरीकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि अमरीका अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है और हम वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैन्य या असैन्य घुसपैठ या अतिक्रमण के माध्यम से क्षेत्रीय दावे करने के किसी भी एकपक्षीय प्रयास का कड़ा विरोध करते हैं।
भारत ने अरुणाचल प्रदेश पर चीन के क्षेत्रीय दावों को बार-बार खारिज किया है और कहा है कि राज्य देश का अभिन्न अंग है। भारत ने क्षेत्र को ‘मनगढ़ंत’ नाम देने के बीजिंग के कदम को भी खारिज कर दिया है और कहा है कि इससे वास्तविकता में कोई बदलाव नहीं आएगा। उधर, चीन ने अमरीका के अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा बताने पर कड़ी आपत्ति जताई है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा है कि वह अमरीकी विदेश विभाग के जंगनान क्षेत्र को भारतीय क्षेत्र बताए जाने के जवाब में कड़ा असंतोष व्यक्त करता है। चीन तिब्बत पर कब्जा करने के बाद से अरुणाचल प्रदेश को जंगनान के नाम से बुलाता है। चीनी प्रवक्ता ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चीन और भारत के बीच सीमा मुद्दों का अमरीका से कोई-लेना देना नहीं है।
जंगनान हमेशा से चीनी क्षेत्र रहा
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि अमरीकी विदेश विभाग के प्रवक्ता द्वारा चीन के जंगनान क्षेत्र को भारतीय क्षेत्र बताए जाने के जवाब में चीन कड़ा असंतोष व्यक्त करता है और अमरीका के कदम का दृढ़ता से विरोध करता है। जंगनान हमेशा से चीनी क्षेत्र रहा है, और चीन और भारत के बीच सीमा मुद्दों का अमरीका से कोई लेना-देना नहीं है, जो अपने भू-राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए परेशानी पैदा करने के लिए सभी उपायों का उपयोग करता है।